आज हम बात करेंगे, किचन के उस मैजिकल गैजेट की, जिसने कुकिंग के हमारे एफर्ट्स को कम कर दिया है। जो पॉपकॉर्न से लेकर आपके ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर में आपका समय बचाता है। हम बात करेंगे, माइक्रोवेव की हिस्ट्री और इसके तमाम फैक्ट्स, के बारे में। इंडिया is such a टैलेंटेड कंट्री, और क्रियोसिटी तो हममें कूट-कूट कर भरी है। और छोटे से बडे़ गैजेट्स पर एक्सपेरिमेंट करना तो हमारी नेचुरल हैबिट है। अच्छा, आप में कितने लोगों ने माइक्रोवेव के साथ एक्सपेरिमेंट्स किए है। क्या कभी माइक्रोवेव में 5 मिनट से ज्यादा देर, पकाने से जले हुए पॉपकॉर्न आपके हाथ लगे हैं या फिर आप माइक्रोवेव में पिज्जा रखकर उसे निकालना भूल गए हों। या याद है वो मैकडॉनल्ड्स या नूडल्स की कंडीशन, जो आपने उसे 30 सेकंड की जगह, 30 मिनट के लिए माइक्रोवेव में फ्राई करके, बना दी हो। या फिर कभी दिमाग में आई ऐसी खुराफात को अंजाम दिया हो कि माइक्रोवेव में कपड़े जल्दी सूख जाएंगे। या कोविड 19 में cash को sanitize करने के लिए माइक्रोवेव में रख दिया हो। अवन के बारे में ये तमाम सवाल, एक्चुअली आज माइक्रोवेव डे है, आइये जानते है इसकी हिस्ट्री.
एक दिलचस्प बात यह है कि दुनिया भर में लगभग 70% Restaurant और फूड कोर्ट, माइक्रोवेव यूज करते हैं! ओवन 3 टाइप के हैं, solo, convection, और grill microwave। माइक्रोवेव का हार्ट मैग्नेट्रॉन है, एक ऐसी device, जो radio waves प्रोड्यूस करती है। ये वेव्ज खाने में मौजूद water molecules को वाइब्रेट करती हैं, जिससे heat प्रोड्यूस होती है और खाना पक जाता है। “माइक्रोवेव, ट्रेडिशनल ओवन के कंपेरिजन में तकरीबन 80% से कम एनर्जी यूज करते हैं। अगर ओवन का यूज करते हुए आप एक्सपेरिमेंट्स करने से बचें, तो आपका अवन ज्यादा लंबी जिंदगी जी सकेगा। सबसे पहले ट्राई करें कि माइक्रोवेव को कभी, खाली यूज न करें, इससे माइक्रोवेव खराब होगा, और आग भी लग सकती है। metal के बर्तन माइक्रोवेव में यूज न करें, क्योंकि Metals, electricity की एक बहुत good conductor हैं, और ऐसे में शॉर्ट सर्किट भी हो सकता है। किसी भी तरह के प्लास्टिक का यूज करने से melting और harmful chemicals की leaching हो सकती है। अंडा, ओवन में न पकाएं, क्योंकि वो बॉयल होने की जगह सीधा ब्लास्ट होगा। और खामखाह, ओवन की डीप क्लीनिंग के साथ आपका काम बढ़ जाएगा।
जब माइक्रोवेव इन्वेंट हुआ, तो इसका साइज बहुत बड़ा था और प्राइस तो 5 हजार डॉलर से ज्यादा, यानी एक माइक्रोवेव की जगह आप एक बढ़िया गाड़ी खरीद सकते थे। और इसलिए स्टार्टिंग में ये, सिर्फ Restaurants और commercial establishments में ही यूज किए जाते थे। लेकिन समय के साथ, इनका साइज और प्राइस, दोनों ही कम हुए। और आज यह घर-घर में यूज किया जा रहा है। एक इंटरेस्टिंग फैक्ट यह है कि 1997 तक, यूएस के 90% से ज्यादा घरों में माइक्रोवेव पहुंच चुका था। Studies show करती हैं कि microwave बहुत safe है और इसमें बने फूड में भी nutrients बरकरार रहते हैं। सूप से लेकर, पनीर, पॉपकॉर्न तक, सब कुछ आप Easily माइक्रोवेव में बना सकते हैं। बस, खाना बनाने में लगने वाले actual time को Figure out करने की जरूरत है। One more thing, ट्राई करें कि ओवन के साथ बाय मिस्टेक या इन्टेंशनली koi एक्सपेरिमेंट न करें, क्योंकि आप किसी Dangerous Reality TV Show में नहीं, बल्कि अपने घर पर हैं। सो इस माइक्रोवेव डे पर, जाइए और अपने किचन में पड़े Oven को थैंक्स बोलिए, क्योंकि आपके कंफर्ट जोन के लिए कहीं न कहीं उसका कॉन्ट्रिब्यूशन बहुत ज्यादा है और कई बार जाने-अनजाने में ही सही, आपके अत्याचार भी तो उसने बहुत झेले होंगे|